
अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद दुनियाभर में रंगभेद के खिलाफ अभियान छिड़ गया है। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी, क्रिस गेल और ड्वेन ब्रावो ने कहा है कि खेल जगत भी रंगभेद से अछूता नहीं रहा है।
सैमी ने आरोप लगाया था कि आईपीएल में उन्हें कालू कहकर पुकारा जाता था। इस पर गेल ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि हक की लड़ाई कभी भी शुरू की जा सकती है।
खेल में पहले भी ऐसा होता रहा
गेल ने ट्वीट किया, ‘‘हक के लिए लड़ाई कभी भी शुरू की जा सकती है। इसमें देरी जैसी कोई बात नहीं है। सैमी, आपने बीते कुछ साल में काफी अनुभव हासिल किया होगा। जैसा मैंने पहले भी कहा है कि यह खेल में पहले भी होता रहा है।’’
हम युद्ध नहीं, बल्कि बराबर अधिकार और सम्मान चाहते हैं: ब्रावो
ड्वेन ब्रावो ने इंस्टाग्राम चैट पर कहा, ‘‘हम यह अच्छे से जानते हैं कि ब्लैक लोगों ने इतिहास में काफी कुछ सहन किया है। हम बदला लेने के लिए नहीं कह रहे हैं। हम सिर्फ बराबरी और सम्मान चाहते हैं। हम भी सभी को सम्मान देते हैं। क्यों हम यह सब सहन करते जाएं? अब बहुत हो गया है। हम युद्ध नहीं, बल्कि बराबर अधिकार चाहते हैं।’’
मैं नामों का खुलासा करूंगा: सैमी
सैमी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा करने का कहा, जिसने उनके खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की थी। सैमी ने कहा था, ‘‘मैं अपने साथी खिलाड़ियों तक यह बात पहुंचाना चाहता हूं कि क्या उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल गलत मतलब से किया था। अगर ऐसा था तो मैं बहुत निराश हूं। आप लोगों को मुझसे माफी मांगनी चाहिए।’’
आईपीएल में रंगभेद का आरोप
सैमी ने बीते शनिवार को आरोप लगाया था कि आईपीएल में हैदराबाद फ्रेंचाइजी की तरफ से खेलते वक्त उन्होंने और श्रीलंकाई खिलाड़ी थिसारा परेरा ने नस्लीय टिप्पणी का सामना किया था। सैमी ने कहा था कि उन्हें और परेरा को ‘कालू’ कहकर पुकारा जाता था, जिसका मतलब उन्हें अब समझ आया है।
सैमी के खिलाफ ईशांत ने नस्लीय टिप्पणी की थी
आईपीएल फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद में सैमी के साथी खिलाड़ी ईशांत शर्मा की 6 साल पुरानी एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वे सैमी को 'कालू' बुला रहे हैं। तब इंस्टाग्राम पर इशांत ने लिखा था, ‘‘मैं, भुवी, कालू और गन सनराइजर्स।’’ तस्वीर में इशांत के साथ भुवनेश्वर कुमार, डैरेन सैमी और डेल स्टेन नजर आ रहे हैं। यह तस्वीर 2014 की बताई जा रही है। यह सभी साल 2013 में सनराइजर्स की तरफ से खेलते थे। तब इस टीम का नाम डेक्कन चार्जर्स था।
बगैर भिन्नता के क्रिकेट कुछ भी नहीं: आईसीसी
सैमी अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद हो रहे प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि इस मामले में क्रिकेट जगत को भी साथ आना चाहिए। इसके बाद आईसीसी ने एक ट्विट कर कहा था, ‘‘बगैर भिन्नता के क्रिकेट कुछ भी नहीं है। बगैर विविधताओं के आप एक पूरी तस्वीर नहीं बना सकते।’’
अश्वेत लोगों का जीवन मायने रखता है: गेल
इससे पहले भी गेल ने रंगभेद का विरोध किया था। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा था, ‘‘अश्वेत लोगों की जिंदगी भी दूसरों के जीवन की तरह कीमती है। अश्वेत लोग मायने रखते हैं। नस्लभेदी भाड़ में जाएं। मैंने पूरी दुनिया घूमी है। इस दौरान कई नस्लभेदी बातें सुनी हैं, क्योंकि मैं अश्वेत हूं। विश्वास मानिए, यह लिस्ट बढ़ती चली जाएगी।’’
यह समाज पहले से ज्यादा बंटा हुआ है
उन्होंने कहा था, ‘‘नस्लभेद सिर्फ फुटबॉल में ही नहीं है, बल्कि क्रिकेट में भी है। यहां तक कि कई क्रिकेट टीमों के अंदर भी मुझे यह अहसास कराया गया कि मैं एक अश्वेत हूं।’’ वहीं, इंग्लैंड के फुटबॉलर मार्क्स रशफोर्ड और वहीं के क्लब मैनचेस्टर युनाइटेड ने भी फ्लॉयड की मौत के बाद कहा था कि यह समाज पहले से ज्यादा बंटा हुआ लगता है।
26 मई को फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था
अमेरिका के मिनेपोलिस में 26 मई को धोखाधड़ी के एक मामले में फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान एक पुलिस अफसर ने फ्लॉयड को सड़क पर ही गिरा दिया था और अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब 8 मिनट तक दबाए रखा। इस कारण उसकी मौत हो गई थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
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