
राजधानी में कोरोना का संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। दिल्ली सरकार की डॉ. महेश वर्मा की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय कमेटी ने सरकार को शुक्रवार को रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट मे कमेटी ने जून अंत तक दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या 1 लाख तक पहुंचने की आशंका बताई है। जिसमें से 20 से 25 प्रतिशत को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होगी।
बता दें दिल्ली में 14 दिनों में मरीजों की संख्या दोगुनी हो रही है। कमेटी ने राजधानी में बढ़ती संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए आने वाला समय बेहद खराब होने की आशंका व्यक्त की है। वहीं, सरकार ने कमेटी की रिपोर्ट के बाद रविवार को सभी जिलो के जिला उपायुक्त से अपने जिले में 3-3 हजार बैड के लिए तत्काल इंतजाम करने की जगह की रिपोर्ट देने को कहा है।
पांच सदस्यीय विशेषज्ञों की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में 15 जुलाई करीब 40 हजार बेड की आवश्यकता होने की बात कही है। जिससे की दिल्ली में पीड़ितों का इलाज किया जा सके। जानकारी के अनुसार कमेटी ने मुंबई और अहमदाबाद जैसे प्रभावित शहरों में कोरोना संक्रमण के फैलने का विश्लेषण कर सरकार को सुझाव दिए है। कमेटी ने रिपोर्ट में लिखा है कि दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या 14 दिनों में दोगुनी हो रही है। ऐसे जून मध्य तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 हजार पहुंचने और माह के अंत तक 1 लाख के करीब पहुंचने की आशंका है।
सभी जिलों में 3 हजार बैड के अस्थायी अस्पताल का आदेश
सरकार ने कमेटी की रिपोर्ट के बाद सभी 11 जिला उपायुक्तों को अपने-अपने क्षेत्र में 3-3 हजार बैड के अस्थायी अस्पताल बनाने की जगह बताने के शनिवार को आदेश दिए। एसीएस होम ने सभी जिला उपायुक्त को रविवार शाम 4 बजे तक जगह की फाइनल जानकारी देने को कहा था। डीएम की तरफ से बैंक्वेट हॉल, कम्यूनिटी हॉल, मैरिज हॉल और अन्य सुविधा जनक जगह की लिस्ट बना ली है। आदेश के अनुसार अस्थायी अस्पताल एयर कंडीशन, वॉटर प्रूफ और पक्का छत, टाइलेट, पक्का सरफेस के साथ ही अलग से प्रवेश और निकाश की जगह वाले होंगे।
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