
गुड़गांव में कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है। गुरुवार को अब तक एक दिन सबसे अधिक 215 पॉजिटिव केस मिले हैं। जबकि अब तक सबसे अधिक 160 केस गत बुधवार को मिले थे। वहीं गुड़गांव में प्रदेश के मुकाबले करीब 45 फीसदी केस हो गए हैं। कोरोना संक्रमण की रफ्तार इस तरह बढ़ी है कि जहां मई महीने में 717 पॉजिटिव केस सामने आए थे, वहीं जून महीने के चार दिन में ही गुड़गांव में 636 केस पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। वहीं गुड़गांव में कुल पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 1410 हो गई है। जबकि रिकवर होने वाले पेशेंट की संख्या 288 पर ही थमी हुई है।
गुड़गांव में कोरोना पेशेंट की रफ्तार पकड़ने के बाद थम नहीं रही है। मार्च महीने में मात्र 10 केस गुड़गांव में पाए गए थे। लेकिन अप्रैल महीने में 47, मई महीने में पहले दस दिन में ही 85, अगले दस दिन में 84, जबकि मई के अंतिम 11 दिन में ही 548 पॉजिटिव केस मिल गए। अब हाल ये है कि जून महीने के पहले चार दिन में ही पॉजिटिव केस का आंकड़ा 636 तक पहुंच गया है।
वहीं अस्पतालों में भी बैड की व्यवस्था पूरी नहीं होने से बिना लक्षण वाले पेशेंट को अब होम आइसोलेट किया जा रहा है। गुरुवार को डीसी अमित खत्री ने सभी चिकित्सकीय सुविधाओं के होने का दावा किया है, जबकि 800 से अधिक पेशेंट अब तक होम आइसोलेट किए गए हैं।
डीसी का दावा- चिकित्सकीय सुविधाएं पूरी, फिर भी होम आइसोलेशन पर दिया जोर
गुड़गांव में गुरुवार को जिला प्रशासन की ओर से कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तैयारियां करने का दावा किया है। जिला में आइसोलेशन सुविधा से लेकर सैंपल टेस्टिंग व गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को एडमिट करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं किए गए हैं। यह दावा गुरुवार को डीसी अमित खत्री ने किया है। उनका कहना है कि कोविड-19 के ज्यादात्तर मरीज एसिम्पटोमैटिक हैं जिनमें लक्षण ना के बराबर दिखाई दे रहे हैं। ऐसे मरीजों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) तथा भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर)द्वारा होम आईसोलेशन की सलाह दी गई है।
इसका अभिप्राय यह है कि एसिम्पटोमैटिक पॉजिटिव मरीज घर में ही परिवार से बिल्कुल अलग रहें, उनका शौचालय भी अलग हो। जबकि होम आइसोलेशन में अलग टॉयलेट की सुविधा बहुत कम घरों में मिल सकती है। साथ ही पॉजिटिव मिलने वाले पेशेंट को डाक्टर द्वारा बताया जाता है कि वह कौन सी दवाइयां ले और होम आइसोलेशन में रहकर अपने परिजनों तथा मित्रों को कोविड-19 से सुरक्षित रख सकता है।
अब कंटेनमेंट जोन को लेकर गंभीर नहीं प्रशासन
गुड़गांव में जब तक मात्र 100 से कम केस थे तो पूरे गुड़गांव में सख्ती से कंटेनमेंट जोन बनाए गए थे, लेकिन आज 1400 के पार केस हो चुके हैं, अब कहीं भी कंटेनमेंट जोन की सख्ती नहीं दिखाई दे रही है। गुड़गांव शहर में सबसे अधिक केस हैं, लेकिन अब कहीं भी रोक-टोक के बिना लोगों की आवाजाही हो रही है।
पेशेंट की मॉनिट्रिंग के लिए मंडलायुक्त ने लगाई 13 अधिकारियों की ड्यूटी
गुड़गांव के मंडलायुक्त अशोक सांगवान ने गुरुवार को कोरोना पेशेंट को कोई परेशानी ना हो इसके लिए 13 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है, जिन्हें अलग-अलग कार्य सौंपे गए हैं। इनमें 5 आईएएस अफसर व 8 एचसीएस अधिकारी शामिल हैं। जीएमसीबीएल की सीईओ सोनल गोयल को गवर्नमेंट हेल्थ सर्विसेज के बेड व वेंटीलेटर के मैनेजमेंट की जिम्मेवारी सौंपी गई है। कुलबीर ढाका व विवेक कालिया प्राइवेट अस्पतालों के बेड मैनेजमेंट पर नजर रखेंगे। जितेन्द्र यादव व भारत भूषण गोगिया पीएचसी के कोन्टेक्ट ट्रेसिंग व आरआरटी पर नजर रखेंगे।
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