
जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने नए तरीके से रोकथाम के लिए तैयारी शुरू की है। इसके लिए पांच अलग-अलग प्रकार की कमेटियां बनाई गई हैं। लोकल स्तर पर रोकथाम की जिम्मेदारी लोकल कमेटी की होगी। इसके एक सदस्य पर दस घरों की जिम्मेदारी होगी।
पूरे जिले में ढाई-ढाई सौ घरों का एक क्लस्टर बनाकर कमेटी के सदस्य हर व्यक्ति पर नजर रखेंगे। साथ भी इस बात पर भी ध्यान रखेंगे कि कौन-कौन व्यक्ति खांसी, जुकाम अथवा बुखार से पीड़ित है। इसके अलावा किस घर का कौन सा व्यक्ति किसी अन्य राज्य अथवा विदेश से आया है।
लोकल कमेटी इसका पूरा रिकार्ड रखेगी और उसके ऊपर की कमेटियां संक्रमण को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर जोर देंगी। जिलास्तरीय कमेटी ओवरऑल पूरे मामले पर नजर रखेगी। जिला प्रशासन अब हर हाल में संक्रमितों की संख्या को बढ़ने से रोकना चाहता है।
एक लोकल कमेटी में 10 सदस्य होंगे, 13 हजार से अधिक संख्या में फील्ड में काम करेगी
डीसी यशपाल यादव के अनुसार कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए पांच प्रकार की कमेटियां बनाई गई हैं। इसमें जिलास्तर पर एक कमेटी, जोनल स्तर पर 8 कमेटी, 53 मॉनिटरिंग कमेटी, 266 सेक्टर कमेटी और 1327 लोकल कमेटियां बनाई गई हैं। एक लोकल कमेटी में करीब 10 लोग सदस्य होंगे। 13 हजार से अधिक संख्या में एक मजबूत कड़ी फील्ड में काम करेगी। इसी तरह जिले में भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब से 250-250 घरों को मिलाकर एक क्लस्टर बनाया जाएगा। उस क्षेत्र में तीन सरकारी अधिकारियों व सिविल सोसाइटी के सदस्यों को भी इसमें शामिल किया गया है। प्रत्येक 5 लोकल कमेटी के ऊपर सेक्टर कमेटी, उसके बाद मॉनिटरिंग कमेटी, जोनल लेवल कमेटी और टॉप पर जिलास्तरीय कमेटी नजर रखेगी।
31 तक लोकल कमेटियों का एरिया चिन्हित करने का आदेश
डीसी के अनुसार पहले अलग-अलग कार्य के हिसाब से कई कमेटियां तैयार की गई थीं। जिले में 5 तरह की कमेटियां बनाई गई हैं। सबसे नीचे ग्राउंड लेवल पर लोकल कमेटी काम करेगी। एक सदस्य के पास केवल 10 घरों तक की जिम्मेदारी होगी। इनमें एएनएम, आशा वर्कर, बीएलओ सहित अन्य कर्मी व वालंटियर सदस्य के रूप में कार्य करेंगे। लोकल कमेटियों के लिए 31 मई तक एरिया चिन्हित कर दिया जाएगा।
अफसरों को दी गई ये जिम्मेदारी
एसडीएम को निर्देश दिए गए कि वे अपने एरिया में कोविड केयर सेंटर की पहचान करें तथा उनमें मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, बेड आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें। सभी क्षेत्रों में कोविड केयर सेंटर्स में पर्याप्त मात्रा में बेड की संख्या हो। सभी एसडीएम अपने एरिया में स्थित कंटेनमेंट जोन में सभी आवश्यक एसओपी लागू कराना सुनिश्चित करें तथा इन एरिया की समय-समय पर मॉनिटरिंग भी करें।
शिकायतों का निस्तारण करने में फरीदाबाद प्रथम
क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) की ओर से किए गए सर्वे के अनुसार फरीदाबाद प्रवासी मजदूरों की शिकायतों का निस्तारण करने में देश में प्रथम स्थान पर आया है। क्यूसीआई की ओर से इसकी रिपोर्ट पीएमओ को भेजी गई है। डीसी यशपाल यादव के अनुसार क्यूसीआई थर्ड पार्टी सर्वे में एक बड़ा संगठन है, जिसने देश के 20 बड़े शहरों में यह सर्वे 30 मार्च से 14 मई तक शिकायतों के निवारण के आधार पर किया। टीम ने बताया कि प्रवासी लोगों की शिकायतों का निस्तारण करने में जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों ने एक टीम के रूप में कार्य किया तथा पूरे शहर के सभी क्षेत्रों में अधिक से अधिक संख्या तक पहुंच संभव की।
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