
कोरोना महामारी का खौफ शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में कायम है। कोविड टेस्ट के दौरान मंडी से मिले पॉजीटिव मामलों के बाद इसे पूरी तरह बंद करने का आदेश दे दिया गया था। जबकि हरी सब्जियों के लिए अलग से खांडसा रोड पर राजनगर मोड के पास डीएवी स्कूल के परिसर में मंडी लगाई है। जहां सोशल डिस्टेंस रखकर सब्जियां बेची जा रही है। जबकि खांडसा मंडी जहां दिन-रात व्यापारियों, खरीदारों सहित विभिन्न प्रदेशों से आने वाले वाहनों की चहल-पहल हुआ करती थी वहां अब सन्नाटा पसरा है। लोग घरों में लॉकडाउन में अंदर है, कोई बाहर नहीं निकलना चाहता। लोगों का कहना है कि महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और दिल्ली के बाद कोरोना का संक्रमण सबसे अधिक गुड़गांव में बढ़ता दिखाई दे रहा है।
राजस्थान सरकार ने मंडियों से आवाजाही पर लगाई रोक
दूसरी तरफ राजस्थान सरकार ने जयपुर व अलवर की मंडियों पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है, जिसका सीधा असर गुड़गांव की मंडी पर दिखाई दे रहा है। खांडसा में आम, खरबूजा, पपीता, अंगूर व चीकू आदि फल मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। फलों के दाम में भी वृद्धि होने लगी है। दूसरी तरफ इन दिनों रमजान का महीना चल रहा जिसमें रोजेदारों को फलों और सब्जियों की जरूरत पड़ती है। लॉकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों से आने वाले वाहनों की आवाजाही कम होने के चलते फलों और सब्जियों की आपूर्ति में कमी आई है। जिसके कारण इनके दाम में भी बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। मार्किट कमेटी के सचिव विनय यादव ने बताया की खांडसा मंडी में भीड़ ना हो इसके लिए मंडी को दो भागों में बांटा गया है। खांडसा मंडी में आलु, प्याज व सुखा सामान तथा फल बेचे जा रहे हैं वहीं दूसरे भाग में डीएवी स्कूल के परिसर में हरी सब्जी के लिए मंडी लगाई गई है।
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